Mubashir @writer
नींद का गाफिल था सपनों का मुंतज़िर था मुबाशिर
सपनों के ख्यालों में सुबह हो गई
___मुबाशिर रहमान पेड़हार
0 replies
share your deepest feelings and emotions in a safe and supportive environment.
⚕️Depression
🧑Anxiety
😰Stress
💗Relationships
3am Thoughts›Thought
›Mubashir @writer
नींद का गाफिल था सपनों का मुंतज़िर था मुबाशिर
सपनों के ख्यालों में सुबह हो गई
___मुबाशिर रहमान पेड़हार