Joker 😈😈😈 @joker279
ऐसा नहीं कि मुँह में हमारे ज़बाँ नहीं
हैं कम-सुख़न ज़रूर प आजिज़ बयाँ नहीं
हर-चंद जानते हैं उसे हम क़रीब से
पर क्या करें कि पा-ए-सुख़न दरमियाँ नहीं
अच्छा तो एक पल के लिए ही उठा के देख
ऐ आसमाँ जो बार-ए-अमानत-गराँ नहीं
ख़ुद हम में ताब-ए-दीद नहीं है ये और बात
रहता है वो निगाह के आगे कहाँ नहीं
‘फ़र्रुख़’ कहीं न सुन के करे वो भी अन-सुनी
कहते हैं उस से इस लिए दर्द-ए-निहाँ नहीं
crazy_mitochond... @lost_soul2453
Vaah bhot khub☺
Joker 😈😈😈 @joker279
Thanks 😊
Joker 😈😈😈 @joker279
Hehe… hai koi
Jiske liye likha hai 😜😜😜
Joker 😈😈😈 @joker279
I am lucky na 😜😍